नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की सीनियर चयन समिति ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज (Test series) के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया। इस बार चयन में कई अहम बदलाव किए गए हैं, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि टीम की कमान युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को दी गई है, जबकि अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को उपकप्तान नियुक्त किया गया है।
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करुण नायर, साई सुदर्शन और आकाशदीप टीम से बाहर:
टीम चयन में कुछ नए चेहरे शामिल हुए हैं और कुछ पुराने खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। करुण नायर, साई सुदर्शन और आकाशदीप को टीम से बाहर कर दिया गया है, जबकि देवदत्त पडिक्कल की टेस्ट टीम में वापसी हुई है। विकेटकीपर ऋषभ पंत अभी तक पूरी तरह फिट नहीं हुए हैं, जिसकी वजह से उनकी जगह नारायण जगदीशन को टीम में शामिल किया गया है। अक्षर पटेल की भी वापसी हुई है, जिससे टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों को मजबूती मिलेगी।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट शेड्यूल:
पहला टेस्ट 2 से 6 अक्टूबर के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा, जबकि दूसरा और अंतिम टेस्ट 10 से 14 अक्टूबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में होगा। इन मुकाबलों में भारतीय टीम का युवा नेतृत्व अपनी छाप छोड़ने को तैयार है।
टीम इंडिया की टेस्ट स्क्वाड:
कप्तानः शुभमन गिल
उपकप्तानः रवींद्र जडेजा
यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, नितीश कुमार रेड्डी, एन. जगदीशन (विकेटकीपर), मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और कुलदीप यादव।
वेस्टइंडीज की टीम:
कप्तानः रोस्टन चेज
उपकप्तानः जोमेल वारिकन
एलिक अथानाज, जॉन कैंपबेल, टैगेनारिन चंद्रपॉल, शाई होप, अल्जारी जोसेफ, शमर जोसेफ, ब्रैंडन किंग, जेडन सील्स आदि।
वेस्टइंडीज की टीम:
कप्तानः रोस्टन चेज
उपकप्तानः जोमेल वारिकन
एलिक अथानाज, जॉन कैंपबेल, टैगेनारिन चंद्रपॉल, शाई होप, अल्जारी जोसेफ, शमर जोसेफ, ब्रैंडन किंग, जेडन सील्स आदि।
इस सीरीज से पहले भारतीय टीम ने एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बना ली है। बांग्लादेश के खिलाफ सुपर-4 मुकाबले में टीम इंडिया ने 41 रन से जीत दर्ज की। इस जीत से टीम का आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों उच्च स्तर पर हैं।
इस खिलाड़ी का करियर दांव पर:
वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा ने क्रिकेट हलकों में नई बहस को जन्म दे दिया है। टीम के चयन में युवाओं को प्राथमिकता देने के साथ ही कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को दरकिनार किया गया है। इस चयन की सबसे ज्यादा चर्चा जिस नाम को लेकर हो रही है, वह है करुण नायर।

करुण नायर, जो 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने तिहरे शतक के कारण सुर्खियों में आए थे, उन्हें इस बार की टीम से बाहर कर दिया गया है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में वापसी की थी और उन्हें 4 मैचों में खेलने का मौका मिला था। लेकिन उनका प्रदर्शन औसत से नीचे रहा 8 पारियों में महज 205 रन।
मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की दो टूक:
भारतीय क्रिकेट टीम का चयन करने के बाद बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने जब करुण नायर को बाहर करने की वजह बताई तो कई तरह के संकेत मिले। उन्होंने कहा कि हमें इंग्लैंड में करुण से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। हम हर खिलाड़ी को लगातार 15-20 मौके नहीं दे सकते। देवदत्त पड्डिकल लंबे समय से टीम के साथ जुड़े रहे हैं और उन्होंने हालिया सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया है। इस बयान से यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि चयन समिति अब करुण नायर को भविष्य की योजना का हिस्सा नहीं मान रही है।
श्रेयस अय्यर के बाहर होने पर अजीत अगरकर ने कहा कि श्रेयस सीनियर खिलाड़ी हैं और इंडिया ए के कप्तान भी रह चुके हैं। लेकिन फिटनेस की वजह से उपलब्ध नहीं हैं। हमारी पहली प्राथमिकता है कि वह फिट होकर मैदान पर वापसी करें और अच्छा खेलें। बता दें कि श्रेयस ने रेड बॉल क्रिकेट से 6 महीने का लंबा ब्रेक लिया है, जिसकी वजह है उनकी कमर की समस्या।
क्या खत्म हो चुका है नायर का अंतरराष्ट्रीय करियर?
करुण नायर अब 33 साल के हो चुके हैं। क्रिकेट में यह उम्र कोई बहुत ज्यादा नहीं मानी जाती, लेकिन आज के प्रतिस्पर्धी युग में जब बीसीसीआई युवा खिलाड़ियों को तरजीह दे रही है, तो उम्र एक निर्णायक कारक बन जाती है। नायर ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी और भारत A के लिए कई अहम पारियां खेली हैं। उनकी मेहनत का ही नतीजा था कि उन्हें 8 साल बाद इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने के कारण अब उन्हें फिर से दरकिनार कर दिया गया है।
युवाओं पर भरोसा और अनुभवी खिलाड़ियों को अलविदा:
बीसीसीआई और चयन समिति अब टीम निर्माण की प्रक्रिया में हैं जहां भविष्य की सोच के साथ टीम तैयार की जा रही है। शुभमन गिल को कप्तानी देना और रवींद्र जडेजा को उपकप्तानी देना इस सोच को दर्शाता है। देवदत्त पड्डिकल जैसे खिलाड़ियों को बार-बार मौका मिलना और करुण नायर को बाहर किया जाना इसी दिशा की ओर संकेत करता है।
करुण नायर के मामले में यह साफ होता जा रहा है कि चयनकर्ता अब उनसे आगे की योजना पर काम कर रहे हैं। हालांकि, क्रिकेट में कुछ भी स्थायी नहीं होता। अगर नायर फिर से घरेलू क्रिकेट में बड़ी पारियां खेलते हैं और परिस्थितियां अनुकूल होती हैं, तो वापसी मुमकिन है लेकिन फिलहाल वह दूर की कौड़ी लगती है।
करुण नायर के करियर का अब तक का सफर ऐसा रहा है:
टेस्ट मैच: 10
रन: 579
बेस्ट स्कोर: 303*
अर्धशतकः 1
शतकः 1 (तिहरा शतक)
वनडे मैच: 2
रन: 46
2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले नायर ने इतिहास रच दिया था। वीरेंद्र सहवाग के बाद वे भारत के दूसरे बल्लेबाज बने जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 300+ रन बनाए। लेकिन इसके बाद वे फॉर्म में नहीं लौट पाए।