नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार (stock market) ने गुरुवार को हरे निशान के साथ मजबूत शुरुआत की है, जिससे निवेशकों में एक नई उम्मीद जगी है। वैश्विक अस्थिरता और एफआईआई की बिकवाली के बावजूद घरेलू बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिला। प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही मामूली बढ़त के साथ खुले। सुबह 9:24 बजे सेंसेक्स 61 अंकों की तेजी के साथ 81,777 पर और निफ्टी 27 अंकों की बढ़त के साथ 25,084 पर कारोबार कर रहा था।
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सेंसेक्स की मंथली आज एक्सपायरी के दिन बाजार थोड़ा-बहुत ठहराव मोड में दिखा। निफ्टी 25050 के आस-पास फ्लैट बना हुआ है, जबकि बैंक निफ्टी में हल्की सी बढ़त देखने को मिली। वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप共有 में मजबूत रिकवरी का संकेत मिला है। डिफेंस और रेलवे सेक्टर के शेयरों में गति बढ़ी है; निफ्टी डिफेन्स इंडेक्स एक प्रतिशत से अधिक मजबूती दिखा रहा है। टीटागढ़ रेलवे और RVNL वायदा क्रमशः शीर्ष लाभकों में रहे। दूसरी ओर BEL, कोचीन शिपयार्ड, गार्डन रीच और BEML में लगभग 2-4 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।

आज के कारोबारी दिन में भारतीय शेयर बाजार में हलचल देखने को मिली। बेंचमार्क सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 141 अंक टूटकर 81,574 के स्तर पर खुला, जबकि निफ्टी 50 22 अंक कमजोर होकर 25,034 पर शुरू हुआ। शुरुआती ट्रेडिंग में FMCG और फार्मा शेयरों में खरीदारी देखने को मिली, जबकि ऑटो और PSU बैंकिंग शेयरों पर दबाव बरकरार रहा। टाटा मोटर्स और बजाज फाइनेंस इस सुबह के बड़े नुकसान उठाने वालों में रहे, वहीं होस्टिंग: HUL और HDFC Bank जैसे दिग्गज शेयरों में सकारात्मक रुझान रहा और उन्होंने कुछ हद तक मजबूती दिखाई। यह गिरावट ग्लोबल संकेतों में मिली-जुली स्थिति के चलते आई है, जिसमें domestic investors ने सतर्क रुख अपनाए रखा। बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ सत्रों में भी दिशा मजबूत आर्थिक संकेतकों और वैश्विक घटनाक्रमों पर निर्भर रहेगी।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की अहम भूमिका:
भारतीय शेयर बाजार की तेजी में सबसे अहम भूमिका मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने निभाई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 215 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 58,140 पर था, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 65 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की मजबूती के साथ 18,135 पर पहुंच गया। यह संकेत करता है कि रिटेल निवेशकों और डीआईआई की दिलचस्पी इन शेयरों में बढ़ रही है। सेक्टोरल प्रदर्शन की बात करें तो निफ्टी पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी और इन्फ्रा इंडेक्स में खरीदारी देखने को मिली। वहीं निफ्टी आईटी, ऑटो, रियल्टी और मीडिया इंडेक्स में कुछ कमजोरी रही।
ये हैं आज के सेंसेक्स के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स:
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में बीईएल, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी, आईटीसी, इन्फोसिस, अदाणी पोर्ट्स, एचडीएफसी बैंक, एचयूएल, टेक महिंद्रा और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल रहे। जबकि टॉप लूजर्स में टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, टाइटन, मारुति सुजुकी, एचसीएल टेक, टीसीएस, पावर ग्रिड और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख रहे। चॉइस ब्रोकिंग के अनुसार, निफ्टी 25,000 के ऊपर ट्रेड कर रहा है जो तकनीकी रूप से एक मजबूत संकेत है। यदि यह तेजी बरकरार रहती है, तो अगला प्रतिरोध स्तर 25,100 और फिर 25,250 हो सकता है। अगर बाजार में गिरावट आती है तो 24,900 और 24,800 पर मजबूत सपोर्ट देखा जा रहा है।
बाजारों में एशियाई मिला जुला रुख:
वैश्विक स्तर पर एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख है। टोक्यो, शंघाई, हांगकांग और बैंकॉक के बाजार हरे निशान में रहे, जबकि सोल और जकार्ता में कमजोरी रही। अमेरिकी बाजार बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे, जिससे वैश्विक अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट देखी गई। डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64.74 डॉलर प्रति बैरल पर और ब्रेंट क्रूड 0.35 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 69.07 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था। इससे भारत जैसे तेल आयातक देश को राहत मिल सकती है।
घरेलू निवेशकों ने बाजार को संभाला:
एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) ने 24 सितंबर को लगातार तीसरे दिन बिकवाली की और कुल 2,425 करोड़ रुपये के शेयर बाजार से निकाले। इसके विपरीत, डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने बाजार को संभालते हुए 1,211 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस प्रकार घरेलू निवेशकों की भागीदारी और मिड-स्मॉल कैप में दिख रही मजबूती ने बाजार को सहारा दिया है। आगे के दिनों में, वैश्विक संकेतक, एफआईआई की गतिविधियां और कच्चे तेल की कीमतें बाजार की दिशा तय कर सकती हैं।
Vodafone Idea के शेयरों में अब तूफानी तेजी देखने को मिली है। इसके पीछे मुख्य वजह Supreme Court में 26 सितंबर को AGR मामले की सुनवाई को माना जा रहा है। Vi ने DoT की 9,450 करोड़ रुपए की अतिरिक्त AGR डिमांड को अदालत में चुनौती दी है, जिससे निवेशकों में नई उम्मीद जगी है कि कोर्ट से राहत मिल सकती है। वहीं ग्लोबल ब्रोकरेज Citi ने Vi पर “High-Risk Buy” रेटिंग दोहराते हुए ₹10 का टार्गेट दिया है, जिससे शेयर में और भी निवेशक उत्साह बढ़ा है। AGR केस के संदर्भ में Vi ने DoT की 9,450 करोड़ रुपए की अतिरिक्त AGR डिमांड को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और अब 26 सितंबर को इसकी सुनवाई तय है। Citi की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रोकरेज ने Vi की रेटिंग को ‘High-Risk Buy’ के रूप में बरकरार रखा और ₹10 का टार्गेट दिया है, जो मौजूदा स्तर से लगभग 12% अधिक है। सरकार की तरफ से सकारात्मक संकेत भी मिल रहे हैं; यह कंपनी के पक्ष में समाधान खोजने को संकेत देता है। टैरिफ बढ़े तो Vi की आय बढ़ने की उम्मीद जाल से Analysts का मानना है कि निकट भविष्य में टैरिफ में वृद्धि संभव है, जिससे राजस्व में सुधार होगा। सब्सक्राइबर ग्रोथ भी कंपनी की वित्तीय स्थिति को सहारा देगी; यूज़र बेस में वृद्धि से कुल आय बढ़ने की संभावना है।
फंडिंग के अवसर: AGR क्लियरेंस के बाद Vi को बैंकों से नई फंडिंग मिल सकती है, जिससे 5G रोलआउट और नेटवर्क विस्तार तेज हो जाएगा।
निवेशकों की नजरें: फ्रेमवर्क में तेजी असल में कोर्ट से मिलने वाले राहत पर टिकी है, क्योंकि यही Vi के भविष्य की दिशा तय करेगी।