नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष Rahul Gandhi के खिलाफ अपनी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि कथित वोट चोरी के अपने दावों का उल्लेख करने पर उन्होंने यह कहा है। प्रसाद ने चर्चित बयान को लेकर कहा कि जब भी वह राहुल गांधी को सुनते हैं—चाहे संसद के अंदर हो या बाहर—तो यह समझना मुश्किल रहता है कि वे असल में क्या कहना चाहते हैं। आज राहुल गांधी ने कहा कि मैंने एटम बम फोड़ दिया है अब मैं हाइड्रोजन बम फोड़ूंगा। यह दोनों प्रकार के बम चुनने का उद्देश्य विपक्ष के नेता के रूप में उसकी जिम्मेदारी और स्पष्टता पर प्रश्न उठाता है।
इसे भी पढ़ें-PM Modi SCO Summit China: ‘ड्रैगन और हाथी की दोस्ती…’; शी जिनपिंग के साथ बैठक में बोले PM मोदी
रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि एटम बम और हाइड्रोजन बम के चुनाव से कौन सा रिश्ता है और क्यों राहुल गांधी विपक्ष के नेता के रूप में खुद को प्रेरित रूप में प्रस्तुत नहीं कर पा रहे हैं। वे यह भी कहते हैं कि देश को यह समझना चाहिए कि राहुल गांधी गैर जिम्मेदार हैं। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने राहुल गांधी को गैर-जिम्मेदार कहा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान प्रेम की दुकान लेकर चले थे, मगर इस दुकान में कितनी नफरत परोसी गई है, यह सभी जानते हैं। प्रसाद ने यह भी सवाल उठाया कि तेजस्वी यादव बिहार में दूसरे नंबर के खिलाड़ी क्यों बन गए?
दिल्ली में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी नेता ने बूथ कैप्चरिंग खत्म होने की पुष्टि की और इसके लिए चुनाव आयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अब अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव जैसी शख्सियतें बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग कर रही हैं, जिसे वह उनकी हताशा का प्रमाण मानते हैं। उन्होंने अपने वक्तव्य में यह भी कहा कि पहले जब बिहार में चुनाव होते थे, बूथों पर कैप्चरिंग और लूटपाट जैसी घटनाएं सामान्य थीं, पर अब ऐसी घटनाओं का दौर समाप्त हो चुका है। बीजेपी नेता ने फिर से चुनाव आयोग के निर्देशों और कार्यों की सख्त तारीफ करत हुए इसे लोकतंत्र की मजबूती के तौर पर प्रस्तुत किया।

आगे उन्होंने कहा कि आज ईवीएम पर टिके रहकर वोट डालिए और परिणाम अपने आप सामने आ जाते हैं। आज जो अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव बोलते हैं कि बैलेट पेपर लाओ… क्योंकि इनके दिल में यह दर्द है कि ये लोग बूथ कैप्चरिंग नहीं कर पा रहे हैं। आज ये लोग चुनाव आयोग और वोटर लिस्ट पर जिस तरह से घमासान मचा रहे हैं, उसके बीच दो मुद्दे स्पष्ट रूप से सामने आते हैं। पहला—हमें बूथ कैप्चर करने का अधिकार दो; दूसरा—घुसपैठियों को नहीं निकालो। 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने यह प्रचार प्रसार किया कि अगर भाजपा सत्ता में आएगी तो संविधान बदलेगी। इस प्रचार के असर यूपी और महाराष्ट्र में स्पष्ट रूप से दिखे, लेकिन उस समय विपक्ष ने चुनाव आयोग पर अधिक प्रश्न नहीं उठाए।