Punjab Flood: पंजाब। पंजाब में बाढ़ का संकट दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। पंजाब में तीन नदियां (सतलुज, ब्यास, रावी) और बरसाती नालों का पानी जमकर कहर बरपा रहे है। शुक्रवार देर रात ससरली में धौसी बांध टूट गया, जिससे कई गांवों में बाढ़ की चपेट में आए है। पंजाब में जलप्रलय के बीच भारतीय सेना एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है। चाहे वह जख्मी लोगों को बचाना हो, जरूरी सामान पहुंचाना हो या मुश्किल हालात में सैनिकों को तैनात करना हो, सेना हर मोर्चे पर डटी हुई है। कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई जिसमें भारतीय सेना ने पंजाब की जनता को संकट में हौसला बनाए रखने का संदेश दिया है।
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भारतीय सेना के जवान हेलीकॉप्टर से प्रभावित हर इलाके में लोगों की मदद के लिए पहुंच रहे हैं। भारतीय सेना के वज्र कोर ने शनिवार को चार जगहों से वीडियो शेयर किए, जिनमें सैनिक बचाव अभियान में लगे हुए दिख रहे हैं। सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “बाढ़ का कहर, कम विजिबिलिटी, डूबे खेत और तेज़ हवाएं हमें रोक नहीं सकतीं। घायल लोगों को बचाना, सामान पहुंचाना, सैनिकों को तैनात करना और उम्मीद के साथ आगे बढ़ना- हमारे पंख मिशन के लिए हैं, सीमाओं के लिए नहीं।”

बता दें कि पंजाब में भीषण बाढ़ से अब तक 43 मौतें हो चुकी हैं और 2.56 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। पंजाब के सैकड़ों गांव बाढ़ से जूझ रहे हैं। नदियां उफान पर हैं, हर तरफ पानी ही पानी है। पंजाब के सभी 23 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया गया है। किसानों की फसलें पूरी तरह डूब गई हैं। इस बीच, अमृतसर में कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजी। राहत सामग्री से भरे चार ट्रक गांवों की ओर रवाना किए गए।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्रकों को हरी झंडी दिखाई। श्री खडूर साहिब विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान भूपेश बघेल, अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने पार्टी सदस्यों के साथ एक गांव पहुंचे और वहां के लोगों की कुशलक्षेम पूछी। कांग्रेस नेताओं ने बांध को मजबूत करने के लिए आर्थिक मदद भी दी।