झारखंड। झारखंड के चाईबासा में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ (Naxal Encounter) में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षा बलों ने दो पुलिसकर्मियों की शहादत का बदला लेते हुए 10 लाख रुपये के इनामी माओवादी को मार गिराया। रविवार को अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की।
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बता दें कि यह मुठभेड़ पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के सारंडा जंगल में हुई। इस दौरान सुरक्षा बलों ने कुख्यात नक्सली अमित हासदा उर्फ अपतन को मार गिराया। सुरक्षा बलों को मौके से एक एसएलआर राइफल, विस्फोटक और अन्य हथियार बरामद किए गए। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाकर्मियों ने जंगल में अन्य नक्सलियों ठिकानों का पता लगाने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
दरअसल यह घटना झारखंड के पलामू जिले में प्रतिबंधित तृतीया सम्मेलन प्रस्तुति समिति (TSPC) के माओवादियों के साथ हुई हिंसक मुठभेड़ के कुछ दिनों बाद हुई है, जिसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था। यह अभियान 3 सितंबर को तब शुरू किया गया जब पता चला कि टीएसपीसी का खूंखार जोनल कमांडर शशिकांत गंजू, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम है, करम पर्व के दौरान अपने पैतृक गांव केदल आ सकता है। जब सुरक्षा बल आगे बढ़े तो गंजू और उसके साथियों ने कथित तौर पर पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई।

मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों को तुरंत डाल्टनगंज के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दो जवानों को मृत घोषित कर दिया। शहीद हुए जवानों की पहचान संतन कुमार और सुनील राम के रूप में हुई है। इनमें से एक पलामू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का अंगरक्षक था। झारखंड में सुरक्षा बलों की हालिया बड़ी सफलता में यह एक उल्लेखनीय कदम है। इससे पहले 6 अगस्त को गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र के पारही जंगल में हुई मुठभेड़ में PLFI के सुप्रीमो और 15 लाख के इनामी नक्सली मार्टिन केरकेट्टा को मार गिराया गया था। मार्टिन केरकेट्टा कई वर्षों से पुलिस के लिए एक समस्या बन चुका था।