महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश (Mumbai Rain) से हाहाकार मचा हुआ है। इस दौरान राज्य भर के अलग-अलग जिलों से दुर्घटनाओं और हादसों की खबरें आ रही हैं। 15 से 19 अगस्त तक यानी 5 दिनों में महाराष्ट्र में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 21 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि कई लोग घायल हुए हैं। भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं, जबकि फसलों और घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
इसे भी पढ़ें-Mumbai में भारी बारिश से मचा हाहाकार, विक्रोली में लैंडस्लाइड से दो की मौत
करीब 5 दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे महाराष्ट्र में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। भारी जलभराव, यातायात बाधित होने और लोगों के घरों में पानी घुसने से हालात बदतर होते जा रहे हैं। इस बीच, मुंबई मोनोरेल सेवा भी बाधित हुई, जिसे अब बहाल कर दिया गया है। ठाणे जिले के भिवंडी शहर में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। IMD की माने तो 18 अगस्त को 147 मिमी और 19 अगस्त को दोपहर 3 बजे तक 126 मिमी बारिश दर्ज की गई।
सबसे ज्यादा हालात खादीपार इलाके में देखने को मिले, जहां घरों के अंदर पानी घुस गया। इसके अलावा मीरा-भायंदर, वसई-विरार में भी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। भारी बारिश के कारण पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आने वाले तुलिंज पुलिस स्टेशन के कार्यालय तक पानी पहुंच गया है। नालासोपारा के अन्य इलाकों में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

पालघर जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों और बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सूर्या परियोजना के धामनी और कवदास बांधों से सूर्या नदी में 17,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना शुरू हो गया है। इसके साथ ही मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले मध्य वैतरणा, तानसा और मोदकसागर बांधों से भी पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों को अलर्ट जारी कर सतर्क रहने को कहा है। एहतियात के तौर पर जिले के सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
इधर फर्रुखाबाद, यूपी में गंगा-रामगंगा नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अब तक 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। कानपुर में गंगा का जलस्तर डेंजर स्तर से केवल 11 सेंटीमीटर ऊपर है। पिछले 24 घंटे में बैराज में पानी का स्तर 4 सेमी बढ़ा है। यहाँ जलस्तर 114.79 मीटर तक पहुँच गया है। पांच गाँवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है।