नई दिल्ली। पूरी दुनिया की नजर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Putin-Trump) की अलास्का में हुई मुलाकात पर टिकी थीं। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) समाप्त करने को लेकर हुई इस मुलाकात के बाद भारत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दे दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Randhir Jaiswal) ने इसे शांति की दिशा में एक सराहनीय कदम बताया है।
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Putin-Trump की अलास्का मीटिंग पर भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि भारत अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के बीच शिखर बैठक का स्वागत करता है। शांति की दिशा में उनका नेतृत्व अत्यंत सराहनीय है। रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत शिखर सम्मेलन में हुई प्रगति की प्रशंसा करता है और मानता है कि आगे का रास्ता केवल बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है। दुनिया चाहती है कि यूक्रेन युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो।

बता दें ट्रंप और पुतिन (Putin-Trump) के बीच करीब 3 घंटे तक चली बैठक के बाद दोनों नेताओं ने एक संक्षिप्त संयुक्त प्रेस वार्ता की। हालाँकि इस मुलाकात के दौरान कोई समझौता नहीं हुआ। प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप (Donald Trump) ने केवल इस चर्चा को उपयोगी बताया है। बता दें हाल ही में अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर 25 फीसदी टैरिए लगाए हैं। पुतिन के साथ अपनी बैठक से पहले ट्रंप ने दावा किया कि भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ की वजह से रूस ने एक प्रमुख तेल ग्राहक खो दिया है।
दरअसल, अलास्का में हुई ट्रंप-पुतिन की मुलाकात (Putin-Trump’s Alaska meeting) पर सबकी नजर थी लेकिन इस मीटिंग में रूस-यूक्रेन युद्धविराम (Russia-Ukraine ceasefire) जैसे अहम मुद्दों पर कोई समझौता नहीं हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप (Donald Trump) ने प्रेस मीटिंग में कहा कि अलास्का में एक शानदार दिन रहा और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मुलाकात भी अच्छी रही। अलास्का में दोनों नेताओं के बीच लगभग तीन घंटे की बातचीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन जानकारी देने के लिए थोड़ी देर के लिए प्रेस के सामने आए। इस दौरान उन्होंने बस इतना कहा कि कुछ मुद्दों पर थोड़ी प्रगति हुई है, लेकिन कोई विस्तार से जानकारी नहीं दी और तमाम सवालों का जवाब देने से भी बचते रहे।