पटना। सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) द्वारा तरफ से बुलाए गए ‘बिहार बंद’ (Bihar Band) का असर पूरे राज्य में देखने को मिल रहा है। गुरुवार को सुबह से ही पटना समेत कई शहरों में एनडीए कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी राज्यव्यापी बंद में शामिल हो रही हैं। दरअसल, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान पीएम मोदी की मां को अपशब्द कहे जाने के मामले में बिहार एनडीए ने आज बिहार बंद का आह्वान किया है।
इसे भी पढ़ें-Bihar में तीन पाक आतंकियों के घुसने पर हाई अलर्ट पर पुलिस, इनाम की घोषणा
इस दौरान एनडीए कार्यकर्ताओं ने अनीसाबाद, डाकबंगला चौराहा समेत पटना के अन्य मुख्य मार्गों पर जुलूस निकाला। कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के खिलाफ नारेबाजी की। पोस्टर और बैनर के जरिए विरोध दर्ज कराया गया। इसी तरह, भागलपुर में गुरुवार सुबह बाजार बंद देखे गए। भागलपुर में एनडीए कार्यकर्ता ‘बिहार बंद’ के दौरान सड़कों पर उतर आए। इस दौरान खलीफाबाग चौक और भामाशाह पर आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
दरअसल बिहार बंद का नेतृत्व महिला मोर्चा कर रहा है। पार्टी का झंडा थामे और नारे लगाते हुए सड़क पर मार्च निकाला गया। हर तरफ बिहार बंद का असर दिख रहा है। वहीं मोतिहारी में भी बाजार बंद देखे गए। इसी तरह, सासाराम में एनडीए कार्यकर्ताओं ने गुरुवार सुबह सड़कें जाम कर दीं। इस दौरान सासाराम पोस्ट ऑफिस चौक पर जाम लग गया।

बिहार बंद को लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि बंद का उद्देश्य विपक्षी नेताओं के ‘अनैतिक’ और ‘अशोभनीय’ व्यवहार का विरोध करना है। इस प्रदर्शन का नेतृत्व मुख्य रूप से भाजपा महिला मोर्चा कर रहा है, जो इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रही हैं।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि जिस तरह से दरभंगा में मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान महागठबंधन के लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी को अपमानित किया। उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। महागठबंधन के लोगों ने भारतीय परंपरा को कलंकित किया है। इसलिए एनडीए के घटक दलों की महिला शाखा ने विपक्षी नेताओं की टिप्पणियों के विरोध में सड़कों पर उतरने का फैसला किया।