महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में पुणे (Pune) जिले की दौंड तहसील के यवत गांव (Yavat village) में एक कथित आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर हुई झड़पों के दौरान आगजनी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने 500 से अधिक लोगों के खिलाफ चार मामले दर्ज किए हैं और उनमें से 17 लोगों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी।
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अधिकारियों ने पुणे में सांप्रदायिक हिंसा मामले में बताया कि उस युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसने सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड की थी। उसके खिलाफ अलग से एक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस पूरे मामले में बड़ा एक्शन लिया है। शुक्रवार को हुई इस झड़प के बाद पुलिस ने 500 से अधिक लोगों के खिलाफ चार मामले दर्ज किए हैं। इस मामले में 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

घटना में शामिल लोगों ने एक मोटरसाइकिल, दो कारों, एक धार्मिक स्थल और एक बेकरी को निशाना बनाया और आगजनी की। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। अधिकारी ने बताया कि यवत (Yavat village) में एहतियाती आदेश लागू कर दिया गया है और स्थिति नियंत्रण में है।
दरअसल इस हिंसा का मामला 25 जुलाई से शुरू हुआ था। एक युवक ने एक वॉट्सऐप ग्रुप पर आपत्तिजनक मेसेज फॉरवर्ड किया था। इसके अगले दिन ही 26 जुलाई को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा से छेड़छाड़ की घटना सामने आ गयी। इस घटना के बाद तनाव बढ़ता चला गया। बाद में पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को अरेस्ट कर लिया। आरोपी व्यक्ति का नाम सैयद बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार जिस आरोपी ने मैसेज किया था वह यवत के सहकार नगर इलाके का है। उससे गुस्साए लोगों ने उसके घर पर पत्थरबाजी की थी। फिलहाल पुलिस ने सैयद को हिरासत में रखा है।