Cyber Fraud: त्योहारों में साइबर फ्रॉड से रहें सावधान, शॉपिंग करते समय इन टिप्स का रखें ध्यान

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान...
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टेक्नोलॉजी डेस्क। त्योहारों का मौसम आते ही बाजार और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चहल-पहल बढ़ जाती है। हर कोई गिफ्ट, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स और डेकोरेशन आइटम्स की खरीदारी में जुट जाता है। खासकर ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान मिलने वाले भारी डिस्काउंट और ऑफर्स ग्राहकों को तेजी से ई-कॉमर्स वेबसाइट्स की ओर आकर्षित करते हैं। लेकिन इस बढ़ी हुई ऑनलाइन गतिविधि का फायदा साइबर अपराधी (Cyber ​​Fraud) भी उठाते हैं।

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आज की तेजी से भागती जिंदगी में शायद ही किसी के पास 2 मिनट भी समय बचे। लोग अपने कामों में इतने व्यस्त रहते हैं कि वे अपने अपनों से कई दिन या महीनों तक मिल नहीं पाते। ऐसे में अगर कोई त्यौहार आ जाए या उन्हें किसी जगह जाना हो, तो वे अपने अधिकतर काम ऑनलाइन ही निपटाते हैं, जैसे शॉपिंग। आजकल अधिकांश लोग ऑनलाइन शॉपिंग पसंद करते हैं क्योंकि इससे कहीं जाना नहीं पड़ता और विकल्प भी बहुत होते हैं। इसके अलावा सेल, डिस्काउंट आदि भी मिलते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी नाक के बिल्कुल नीचे से आपका डेटा चोरी हो सकता है? शायद नहीं, पर आपकी कुछ गलतियों के कारण ऐसा हो सकता है। जैसे, कल से कुछ ई-कॉमर्स कंपनियां अपनी फेस्टिवल सेल शुरू कर रही हैं। ऐसे में आपके लिए थोड़ा सावधान रहना जरूरी हो जाता है।

साइबर फ्रॉड के मामलों में 35-40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी:

भारतीय राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, त्योहारों के दौरान साइबर फ्रॉड के मामलों में 35-40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी दर्ज की जाती है। वर्ष 2023 में देशभर में साइबर अपराध से जुड़े 14 लाख से ज्यादा मामले सामने आए, जिनमें से करीब 22 प्रतिशत केस ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म से संबंधित थे। इन अपराधों की सबसे आम तकनीक नकली वेबसाइट्स, फर्जी ऑफर्स, फिशिंग ईमेल और सोशल मीडिया स्कैम्स हैं। कई बार ग्राहकों को नामी ब्रांड्स के नाम पर ‘70-80 प्रतिशत छूट’ के बहाने ठगा जाता है। वहीं, व्हाट्सऐप या इंस्टाग्राम पर ‘फ्री गिफ्ट’, ‘लकी ड्रा’ जैसे संदेशों के जरिए लिंक भेजे जाते हैं, जो व्यक्तिगत जानकारी या बैंक डिटेल्स चुरा लेते हैं।

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की सलाह:

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि सबसे महत्वपूर्ण है सतर्कता और जागरूकता। खरीदारी केवल आधिकारिक और भरोसेमंद वेबसाइट या ऐप से ही करें। किसी भी अनजान लिंक या संदिग्ध ऑफर पर क्लिक न करें। पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल कर ऑनलाइन पेमेंट से बचें और किसी के साथ ओटीपी, कार्ड डिटेल्स या पिन साझा न करें। यूपीआई पेमेंट करते समय QR कोड को स्कैन करते वक्त यह सुनिश्चित करें कि भुगतान आपको मिलना है या करना है। अधिकतर फ्रॉड इसी भ्रम के कारण होते हैं। अगर किसी धोखाधड़ी का शिकार हो जाएं, तो बिना देर किए साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। त्योहारों की खुशी को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि डिजिटल लेन-देन के दौरान सावधानी बरती जाए। थोड़ी सी जागरूकता से आप साइबर जालसाजी से बच सकते हैं और त्योहारों की खुशियां बिना किसी तनाव के मना सकते हैं।

ऑनलाइन खरीदारी करते समय बरतें ये सावधानियां:

सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट और ऐप का इस्तेमाल करें: कई वेबसाइट्स और एप ऐसी होती हैं जो नकली होती हैं, लेकिन ये देखने में बिल्कुल असली लगती हैं और आप जैसे ही यहां जाकर अपनी जानकारी फीड करते हैं तो ये आपकी बैंकिंग जानकारी चुरा लेते हैं। इसके बाद आपकी जानकारी के जरिए ये आपको चपत भी लगा सकते हैं; किसी भी अनजान या नई वेबसाइट से खरीदारी करने से बचें। केवल वे प्लेटफॉर्म चुनें जो ब्रांडेड, रजिस्टर्ड और सुरक्षित हों।

फर्जी ऑफर और भारी डिस्काउंट से बचें: 70-80 प्रतिशत से अधिक छूट के ऑफर संदिग्ध हो सकते हैं। किसी भी असामान्य या ‘बहुत अच्छा सौदा’ लगने वाले ऑफर पर तुरंत भरोसा न करें।

संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया पर मिले किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। ये लिंक आपके डाटा चोरी करने के लिए भेजे जाते हैं।

पर्सनल डिटेल्स किसी से शेयर न करें: OTP, पासवर्ड, डेबिट/क्रेडिट कार्ड नंबर और पिन जैसी जानकारी कभी किसी के साथ साझा न करें — चाहे वह खुद को बैंक या कंपनी का प्रतिनिधि बताए।

पब्लिक Wi-Fi से खरीदारी या पेमेंट न करें: कैफे, मॉल या सार्वजनिक जगहों के Wi-Fi नेटवर्क असुरक्षित हो सकते हैं। इससे आपके बैंकिंग डिटेल्स हैक होने का खतरा रहता है।

UPI और QR कोड पेमेंट में सतर्कता रखें: स्कैन करते समय ध्यान दें कि आप पैसे भेज रहे हैं या ले रहे हैं। फ्रॉड अकसर इसी भ्रम का फायदा उठाते हैं।

फ्रॉड की स्थिति में तुरंत शिकायत करें: यदि आपके साथ कोई धोखा हो जाए, तो बिना देरी के साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट दर्ज करें।

हैकर ऐसे फैलाते हैं जाल:

एक-एक कर लिंक भेजकर बैंक या ई-कॉमर्स कंपनी के नाम से पासवर्ड और कार्ड डिटेल चुरा लेते हैं और ग्राहक कभी-कभी हजारों का चुना लगाकर ठगा जाता है। आजकल व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर ‘फ्री गिफ्ट’ या ‘लकी ड्रॉ’ जैसे लालच देकर भी लोग फंसते हैं। फिर बचना कैसे है चलिए बताते हैं आपको इस बारे में। साइबर सेल के अनुसार कुछ खास उपाय बताए गए हैं ताकि किसी भी तरह के धोखे से बचा जा सके। सबसे प्रभावी उपाय यही है कि सिर्फ भरोसेमंद और आधिकारिक वेबसाइट/ऐप से ही खरीदारी करें। अगर कोई विक्रेता 70-80 प्रतिशत से अधिक छूट का दावा करे, तो बहुत सतर्क रहें। पब्लिक वाई-फाई पर कभी भी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन न करें।

इस नंबर पर तुरंत शिकायत करें :

यूपीआई पेमेंट और क्यूआर कोड स्कैन करते समय पूरी सावधानी रखें। साइबर सेल का हमेशा कहना है और विज्ञापनों में भी दिखाया जाता है कि ओटीपी, कार्ड नंबर और पिन कभी भी किसी से साझा न करें और सबसे अहम बात, अगर धोखा हो जाए तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराए। त्योहार खुशी और उमंग का समय है, लेकिन यही मौका साइबर अपराधियों के लिए फायदा उठाने का अवसर भी बन जाता है। थोड़ी सी सतर्कता और डिजिटल सावधानी अपनाकर आप अपनी मेहनत की कमाई को तो बचा ही सकते हैं, साथ ही त्योहार का आनंद भी बिना किसी तनाव के ले सकते हैं।

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान अलग-अलग विषयों पर लिखा। साथ ही पत्रकारिता के मूलभूत और जरूरी विषयों पर अपनी पकड़ बनाई। इन्हें महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर दिल से जुड़ाव है और इन्होंने इसे लेकर कई आर्टिकल्स लिखे हैं।
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