CWC meeting: पटना में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू, खरगे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान...
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पटना। बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक सदाकत आश्रम में आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक (CWC meeting) शुरू हुई। राष्ट्रीय ध्वज फहराने और गगनभेदी नारों के बीच पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, और कांग्रेस के मुख्यमंत्री व कई केंद्रीय व राज्य स्तरीय नेता बैठक में शामिल हुए।

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कांग्रेसी होने के नाते पप्पू यादव एयरपोर्ट पहुंचे और राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेस के सीनियर नेताओं का स्वागत किया। फिर उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की ऐतिहासिक बैठक हो रही है। स्वतंत्रता से पहले भी बिहार में देश को आजाद कराने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठकें होती थीं। अब बिहार में यह बैठक देश को वोट चोरी से मुक्त कराने के उद्देश्य से हो रही है और इसके परिणामस्वरूप आगे का ऐलान किया जाएगा। CWC की बैठक चालू है। इसी दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक में क्या-क्या कहा, यह बताने के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बात की। उन्होंने NDA सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने आर्थिक और विदेश नीति के मोर्चों पर पूरी तरह से असफल रहे हैं, जिसकी वजह से देश की हालात बद से बदतर हो चुकी हैं।

वोट काटना गरीब के हक पर सीधी डकैती : खरगे-

यह बैठक कई मायनों में ऐतिहासिक है, क्योंकि आजादी के बाद पहली बार CWC की बैठक बिहार में आयोजित की गई है। खरगे ने अपने संबोधन में केंद्र की मोदी सरकार पर करारा हमला बोला और कहा कि वोट काटना सिर्फ लोकतंत्र की हत्या नहीं, बल्कि गरीब के हक पर सीधी डकैती है। खरगे ने आरोप लगाया कि देश में बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट में हेराफेरी हो रही है। इससे दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ वोट की चोरी का मामला ही नहीं, बल्कि गरीब की राशन, पेंशन, दवाइयों और शिक्षा की भी चोरी का मामला है।

विभिन्न राज्यों में मतदाता सूची में गड़बड़ी के सबूत :

खरगे ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए और कहा कि जब विभिन्न राज्यों में मतदाता सूची में गड़बड़ी के सबूत सामने आ रहे हैं, तब आयोग स्पष्टीकरण देने के बजाय उल्टा कांग्रेस से हलफनामा मांग रहा है। बैठक के दौरान राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी देश की वर्तमान सामाजिक व राजनीतिक स्थिति, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, और संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता को लेकर चर्चा की। बैठक के बाद राहुल गांधी महागठबंधन के नेताओं से होटल चाणक्य में मुलाकात करेंगे और सीट बंटवारे सहित कई अहम मुद्दों पर रणनीति बनाई जाएगी।

खरगे ने कहा कि जिस प्रकार 1939 के रामगढ़ अधिवेशन में पहली बार संविधान सभा की बात उठी थी, उसी ऐतिहासिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज बिहार की धरती से लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की नई प्रतिज्ञा ली जा रही है। इस बैठक के जरिये कांग्रेस बिहार में अपनी राजनीतिक सक्रियता को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रही है, खासकर आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए।

बैठक में इसलिए शामिल नहीं हुयी सोनिया गांधी:

बघेल ने सोनिया गांधी के न आने पर मल्लिकार्जुन खरगे के हवाले से कहा कि वह आना चाहती थीं, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वह उपस्थित नहीं हो सकीं। मुख्यमंत्री पद के चेहरे के सवाल पर उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस कमेटी की बैठक आगे होगी, और जब इंडिया गठबंधन की बैठक तय होगी, तब मुख्यमंत्री पद के संभावित चेहरे पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

क्या बोले राहुल गांधी?

पटना में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के दौरान राहुल गांधी ने बिहार के हालात पर बेबाक टिप्पणी करते हुए कहा कि आजादी के बाद से इस राज्य के साथ लगातार अन्याय और शोषण होता रहा है। केंद्र और राज्य में सत्ता संभाल रही ताकतों ने बिहार की संभावनाओं को कुचलने का काम किया है, जबकि यहां के लोग मेहनतकश और माहिर थे। यशोमति ठाकुर, जो महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री और कांग्रेस कार्य समिति सदस्य हैं, ने राहुल गांधी के संबोधन के बारे में प्रेस को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार के शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और उद्योग जैसे बुनियादी क्षेत्रों में पिछड़ेपन के पीछे सत्ताधारी दलों की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वर्षों से बिहार को योजनाबद्ध ढंग से उपेक्षित किया गया है। किसान और मजदूर मजबूरी में पलायन कर रहे हैं, और युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि सत्ता में बैठे नेताओं ने केवल अपने परिवार और करीबी लोगों के विकास पर ही जोर दिया, जबकि गरीब जनता गरीबी और बेरोजगारी के दलदल में फंसती चली गई। कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार में प्राकृतिक और मानवीय संसाधनों की अपार संभावनाएं हैं। यहाँ की मिट्टी, यहाँ का मेहनत-श्रम और यहाँ के लोग देश को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने की क्षमता रखते हैं, फिर भी आज बिहार देश के सबसे पिछड़े राज्यों की सूची में शामिल है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस की सरकार आने पर बिहार को उसका अधिकार और न्याय मिलेगा। इसके साथ उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ से उत्पन्न समस्याओं को लेकर केंद्र की नीतियों की आलोचना की और जाति-जनगणना की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बिहार की डबल इंजन सरकार अब इंजन धुआं छोड़ रहा है और पिस्टन भी खराब हो चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दीर्घायु और स्वस्थ रहने की दुआ करते हुए स्पष्ट किया कि हम उनकी लंबी आयु की कामना करते हैं, परंतु भाजपा उनके साथ साज़िश कर रही है। बघेल यह बयान CWC की बैठक की जानकारी साझा करने के लिए सदाकत आश्रम में प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संबोधन का संदर्भ दिया और कहा कि बैठक की शुरुआत पत्रकारों और कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम की मजबूत यादें ताजा कर दीं।

मीटिंग से पहले जयराम रमेश ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, विस्तारित कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक आज सुबह पटना में होगी। मार्च 1940 के मध्य में हुए रामगढ़ अधिवेशन में ही कांग्रेस कार्यसमिति ने अपना ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किया था।

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान अलग-अलग विषयों पर लिखा। साथ ही पत्रकारिता के मूलभूत और जरूरी विषयों पर अपनी पकड़ बनाई। इन्हें महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर दिल से जुड़ाव है और इन्होंने इसे लेकर कई आर्टिकल्स लिखे हैं।
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