CP Radhakrishnan: सीपी राधाकृष्णन बने देश के 15वें उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान...
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नई दिल्ली। सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीपी राधाकृष्णन को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई।

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इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आदेश पर चुनाव आयोग से प्राप्त उपराष्ट्रपति के निर्वाचन प्रमाण पत्र को पढ़ा गया। इसके बाद राष्ट्रपति ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। सीपी राधाकृष्णन ने जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) की जगह नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति पद ग्रहण किया है। धनखड़ ने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उपराष्ट्रपति चुने जाने से पहले, राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे। उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति चुने गए। इस चुनाव में उन्हें विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के मुकाबले 452 प्रथम वरीयता के वोट मिले, जबकि रेड्डी को 300 वोट मिले।

शपथ ग्रहण समारोह के लिए एनडीए के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया था। शुक्रवार को हुए इस कार्यक्रम में पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी भी शामिल हुए। इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य भी मौजूद रहे। एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

बता दें कि उपराष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। भारत के उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं। तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने RSS के स्वयंसेवक के रूप में सार्वजनिक जीवन में प्रवेश किया और 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने।

1996 में उन्हें भाजपा का राज्य सचिव बनाया गया और दो साल बाद, 1998 में, वे कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा पहुंचे। 1999 में वे फिर से सांसद बने। 2004 से 2007 तक, उन्होंने भाजपा की तमिलनाडु इकाई का नेतृत्व किया। 2020 से 2022 के बीच, वे केरल भाजपा के प्रभारी भी रहे। 18 फरवरी 2023 को उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। 31 जुलाई 2024 को, राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली।

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान अलग-अलग विषयों पर लिखा। साथ ही पत्रकारिता के मूलभूत और जरूरी विषयों पर अपनी पकड़ बनाई। इन्हें महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर दिल से जुड़ाव है और इन्होंने इसे लेकर कई आर्टिकल्स लिखे हैं।
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