चमोली। बीते दिनों उत्तराखंड के धराली में कुदरत के कहर के बाद एक बार फिर यहां बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला है। इस बार रुद्रप्रयाग और चमोली में बादल फटा (Chamoli Cloudburst) है जिससे भारी क्षति पहुंची है। इस घटना में कई लोग लापता हो गए है। इस हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत और बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए हैं।
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बता दें कि उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नुकसान बढ़ता जा रहा है। गुरुवार सुबह से लगातार हो रही बारिश के कारण चमोली जिले की देवाल तहसील के मोपाटा गांव में देर रात मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। मोपाटा गांव बाढ़ के साथ आए मलबे में कई लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि कई लोग घायल हैं। बारिश ने मकानों को ध्वस्त कर दिया है और गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचाया है।

इसके अलावा, रुद्रप्रयाग जिले के बसुकेदार उप-तहसील और जखोली ब्लॉक के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। जखोली ब्लॉक का छेनागाड़ बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है। यहां 18 से 20 लोग लापता बताए जा रहे हैं। साथ ही, जखोली ब्लॉक के किमाणा-दानकोट में बादल फटने से संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। खटोली गांव और बड़ेथ गांव में प्राचीन मंदिर भी नष्ट हो गए हैं। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि घटनाओं की पूरी जानकारी ली जा रही है। मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग भी भारी बारिश के कारण कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर इस आपदा को लेकर दुःख प्रकट किया है और लिखा कि रुद्रप्रयाग जिले के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और चमोली जिले के देवाल क्षेत्र में बादल फटने से आए मलबे में कुछ परिवारों के फंसे होने का दुखद समाचार मिला है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मैं इस संबंध में लगातार अधिकारियों के संपर्क में हूं। मैंने आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि मैं बाबा केदार से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।