चमोली। उत्तराखंड में बुधवार रात से लगातार हो रही बारिश कहर बरपा रही है। इस बीच चमोली के नंदानगर में बादल फटने (Chamoli Cloudburst) से भारी तबाही हुई। इस दौरान 12 लोग लापता हो गए। आपदा में नंदानगर तहसील के कुंती लगफली, सरपानी और धुर्मा गांव सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं, जहां कई घर मलबे में दब गए हैं और खेत-खलिहान तबाह हो गए हैं। सूचना मिलते ही चिकित्सा दल, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
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चमोली में बादल फटने के बाद, मलबा हटाने और लोगों को सुरक्षित निकालने का काम जारी है। एक चिकित्सा दल भी घटनास्थल पर भेजा गया है। नंदानगर घाट क्षेत्र के धुरमा गांव में बादल फटने के बाद पांच घर क्षतिग्रस्त हो गईं। जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि बचाव अभियान जारी है और लापता लोगों की तलाश जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि नंदानगर तहसील के धुर्मा गांव में भारी बारिश के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गई हैं। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन मोक्ष नदी अभी भी बह रही है।

मुख्यमंत्री धामी ने जताया दुख:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस आपदा पर दुख व्यक्त किया है। सीएम ट्वीट ने कर कहा- उन्हें चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण आस-पास के घरों के क्षतिग्रस्त होने की दुखद खबर मिली है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। वह प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं और स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। वह सभी की सुरक्षा की कामना करते हैं।
देहरादून जिले में सोमवार रात से बारिश जारी है। बुधवार देर रात, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि राहत और बचाव दल ने चार अज्ञात शव बरामद किए हैं। एक सौदा में एक गुलरघाटी में एक विकासनगर में और एक अन्य में। मृतकों की कुल संख्या 21 हो गई है, जबकि 17 लोग अभी भी लापता हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और जिला प्रशासन की टीमें लगातार बचाव और राहत अभियान चला रही हैं।