नई दिल्ली। लड़कियों के यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार डर्टी बाबा चैतन्यानंद सरस्वती (Swami Chaitanyananda) के एक-एक कर काली करतूतों का खुलासा हो रहा है। दिल्ली पुलिस चैतन्यानंद से लगातार पूछताछ कर रही है, जिसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं। पुलिस को बाबा के मोबाइल फोन से कई लड़कियों की चैट भी मिली है। इतना ही नहीं जांच में जांच में यह भी सामने आया कि गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में गुप्त कैमरे भी लगाए गए थे। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच कर ही है। हालांकि चैतन्यानंद पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। वह अपना अपराध स्वीकार करने के बजाय लगातार झूठ बोल रहा है।
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गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में लगवाए थे गुप्त कैमरे:
बता दें कि गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पुलिस को चैतन्यानंद (Chaitanyananda) से चौंकाने वाली जानकारी मिली है। चैतन्यानंद ने न केवल अपनी धार्मिक छवि का इस्तेमाल करके लोगों को ठगा, बल्कि कई युवतियों से अनुचित तरीके से संपर्क करने की भी कोशिश की। पुलिस को बाबा के मोबाइल फोन से कई लड़कियों की चैट और गंदे स्क्रीनशॉट भी मिले हैं।
पुलिस की माने तो बाबा ने गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में गुप्त कैमरे लगवाए थे। ये सभी कैमरे सीधे स्वामी चैतन्यानंद के मोबाइल फोन से जुड़े थे। जब भी छात्राएं बाथरूम जातीं, वह वीडियो देखता। उसका ज़्यादातर ध्यान नई और युवा छात्राओं पर रहता था। वह पहले उन्हें जाल में फसाता और फिर उनके साथ दुष्कर्म करता। इस पूरी साजिश में उसके करीबी सहयोगी भी शामिल थे।
यह भी पता चला है कि बाबा के पास उन एयर होस्टेस की कई तस्वीरें थीं जिनके साथ उसने पोज दिए थे। उसने ये तस्वीरें अपने फोन में रखी थीं और कुछ तस्वीरों के स्क्रीनशॉट भी मिले हैं, जो लड़कियों के मोबाइल की डीपी से लिए गए थे। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि पूछताछ के दौरान बाबा ने शुरुआत में सही जवाब दिए, लेकिन जब पुलिस ने उसे उसके खिलाफ सबूत दिखाए और सख्ती से पूछताछ की, तभी उसने कुछ जवाब देना शुरू किया। हालांकि उनके बयान अभी भी विरोधाभासी हैं।
पुलिस ने दो महिला सहयोगियों को भी हिरासत में लिया:
इस बीच पुलिस ने चैतन्यानंद (Baba Chaitanyananda Saraswati) की दो महिला सहयोगियों को भी हिरासत में लिया है और बाबा के अपराधों की पुष्टि के लिए उनका बाबा से आमना-सामना करा रही है। यह भी दावा किया जा रहा है कि ये महिला सहयोगी बाबा के बारे में और भी खुलासे कर सकती हैं। 28 सितंबर को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने चैतन्यानंद को पाँच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
दिल्ली पुलिस के एक सूत्र के अनुसार रश्मि, काजल और श्वेता—तीन महिलाओं से पूछताछ जारी है। ये तीनों सगी बहनें बताई जाती हैं। इनमें श्वेता इंस्टीट्यूट की डीन हैं, जबकि बाकी दो वार्डन के पद पर काम कर चुकी हैं। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि जांच के दौरान इनमें से एक महिला के मोबाइल से रात के समय अश्लील फोटो मिले हैं, जिन्हें चैतन्यानंद सरस्वती के नाम से संबोधित बाबा के रूम से जोड़ा गया है। बताया गया है कि ये फोटो बाबा के आश्रम के उसी रूम में थे, जिसका एक लक्जरी रूम के रूप में इस्तेमाल होता है, जिसमें बेड और टीवी मौजूद हैं। इसी रूम के पास एक छोटा ऑफिस भी स्थित है और उसी रूम से एक बालकनी जुड़ी है।
चैतन्यानंद सरस्वती पर खुद को उच्च पुलिस और सरकारी अफसरों के करीबी बताने का आरोप चैतन्यानंद सरस्वती पर कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह लोगों पर अपनी धाक जमाने के लिए खुद को बड़े सरकारी अधिकारियों के करीब बताता था। दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज मामले में उनसे जुड़े कुछ घटनाक्रम प्रकाश में आए हैं, जिनमें कहा गया है कि वे बचाव के बदले लोगों को डराने-धमकाने की भाषा का इस्तेमाल करते थे।

जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि धौंस जमाने के लिए वे लड़कियों को अपने झांसे का भागीदार बनाते थे। पुलिस के अनुसार उन्होंने लड़कियों को महंगे गिफ्ट, ज्वेलरी, घड़ियाँ आदि का प्रलोभन देकर उनके भरोसे को हासिल किया और कुछ मामलों में उन्हें दूसरे शहरों जैसे अल्मोड़ा आदि भी ले जाने के लिए प्रेरित किया गया। एक सूत्र ने बताया कि बाबा (चैतन्यानंद) युवाओं को भी हनीट्रैप में फंसाने के रास्ते अपनाते थे। कथन के अनुसार, चैतन्यानंद ने एक लड़की से कहा था कि वह किसी लड़के के साथ अपनी अश्लील तस्वीरें मुझे भेज दें, उसे गले लगाएं और फिर वे मुझे तस्वीरें भेज दें। दरअसल, वह इस प्रकार लड़की को उस लड़के के साथ हनीट्रैप में फंसाने का प्रयास कर रहा था।
मामले के अनुसार, इस कृत्य के लिए उसने उन लड़कियों को कुछ धन भी प्रदान किया था। जांच एजेंसियाँ इस समय यह क्रम जारी रखें हुए हैं कि क्या ऐसी गतिविधियाँ और भी जालसाजी के स्तर पर बढ़ती थीं और इन घटनाओं से जुड़े किन-किन तत्वों की भूमिका रही है। बाबा के खिलाफ अब तक सामने आए तथ्यों के आधार पर कई महत्वपूर्ण प्रश्न उठ रहे हैं—क्या उनके डराने-धमकाने की रणनीति में वास्तविक सरकारी प्रभाव का आभास देने के प्रमाण थे और किस हद तक उन्होंने महिलाओं और युवाओं को अपने फंसाने के लिये गम्भीर रणनीति अपनाई?
बाबा का हाईटेक मोबाइल:
चैतन्यानंद फरारी के वक्त लंदन में उसके व्हॉट्सऐप नंबर का इस्तेमाल हो रहा था, यह जानकारी सामने आई है। बाबा के मोबाइल डिवाइस से अनेक लड़कियों के चैट संदेश मिले, जिनमें से कुछ चैट्स मोबाइल से डिलीट भी किए गए थे। इसके अलावा बाबा के फोन में HIK Vision नामक मोबाइल एप्लिकेशन मिला है, जिससे वह आश्रम के सीसीटीवी कैमरों से कनेक्ट रहता था। ज्ञात तथ्य यह है कि बाबा ने कई लड़कियों के रिज्यूमे मंगवाए थे, और ऐसा प्रतीत होता है कि वह लड़कियाँ एयर होस्टेस बनने का झांसा दे कर उनसे संपर्क करता था। इन सब घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि बाबा अपने व्यक्तित्व और कार्य-पद्धति के जरिये कई लोगों के भरोसे को तोड़ रहे थे और उनके साथ भ्रमित करने वाले व्यवहार कर रहे थे।