पटना। नीतीश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के प्रति सम्मान जाहिर करने के उद्देश्य से एक अहम निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish) ने स्वयं एक्स (Twitter) पर पोस्ट के जरिए इस फैसले की जानकारी दी। अपने संदेश में उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य के बच्चों और गर्भवती माताओं के पोषण एवं जीवन स्तर में सुधार लाने में आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की अहम भूमिका है और इसी भूमिका के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए हमने उनके मानदेय में वृद्धि करने का फैसला लिया है।
इसे भी पढ़ें-SIR के खिलाफ विपक्ष का दिल्ली में हल्लाबोल, बैरिकेडिंग पर चढ़े अखिलेश यादव
सीएम ने आगे बताया कि अब आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 7,000 रुपये से बढ़ाकर 9,000 रुपये किया जाएगा जबकि आंगनबाड़ी सहायिका के मानदेय में 4,000 रुपये की वृद्धि कर 4,500 रुपये कर दी जाएगी। विभाग को इस संबंध में आवश्यक आदेश जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से गर्भवती महिलाओं और बच्चों के पोषण व स्वास्थ्य में सुधार के लिए बड़े पैमाने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए समेकित बाल विकास परियोजना (ICDP) के तहत छह प्रकार की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, जिन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुँचाया जाता है। इसमें आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका की अहम भूमिका भी रहती है।

उन्होंने कहा कि उनके योगदान को देखते हुए मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इससे सभी सेविकाओं और सहायिकाओं का उत्साह बढ़ेगा और समेकित बाल विकास सेवाएं बेहतर ढंग से संचालित हो पाएंगी। अब आंगनबाड़ी सेविका को 7,000 रुपये की जगह 9,000 रुपये और आंगनबाड़ी सहायिका को 4,000 रुपये की जगह 4,500 रुपये मानदेय मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का यह फैसला बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण और जीवन स्तर के विकास में मदद करेगा। आपको बता दें बिहार में लगभग 1.15 लाख आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें से केवल 1.05 लाख केंद्रों पर आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका अपने कर्तव्य निभा रही हैं। इसके विपरीत, 10 हजार सेविका व सहायिकाओं को विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों से टैग किया गया है। अब इस नए ऐलान के अनुसार लगभग 2.10 लाख सेविका और सहायिकाओं को फायदा मिलने वाला है।