नई दिल्ली। ED ने अनिल अंबानी (Anil Ambani) पर शिकंजा कसते हुए अब बैंको से पूरी डिटेल मांगी है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) यस बैंक द्वारा रिलायंस समूह (Reliance Group) की कंपनियों को दिए गए लगभग 3,000 करोड़ रुपये के कथित ऋण हेराफेरी की जांच कर रही है; जो साल 2017 और 2019 के बीच का मामला है। इस मामले में ED ने अनिल अंबानी को पूछताछ के लिए तलब किया है।
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अनिल अंबानी (Anil Ambani) ग्रुप को दिए गए लोन की पूरी जानकारी के लिए जांच एजेंसी ने 12-13 बैंकों के मैनेजमेंट को पत्र भेजा है। ये लोन बाद में गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) बन गए। सूत्रों के मुताबिक अगर बैंकों के जवाब संतोषजनक नहीं हुए तो बैंकरों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि ED ने जिन बैंकों को चिट्ठी लिखी है; उनमें आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एक्सिस बैंक, यूको बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक शामिल है।

सूत्रों का कहना है कि अगर जवाबों में कोई कमी पाई गई तो बैंक अफसरों को जांच एजेंसी के सामने पेश होना पड़ सकता है। इसके अलावा ED ने अनिल अंबानी (Anil Ambani) की रिलायंस ग्रुप से जुड़ी 50 कंपनियों और 25 लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत मुंबई में 35 ठिकानों पर तलाशी ली थी।
आपको बता दें पिछले हफ्ते एजेन्सी ने अनिल अंबानी (Anil Ambani) के Reliance Group की कंपनियों के खिलाफ 3,000 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में पहली गिरफ्तारी की थी। बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पार्थ सारथी बिस्वाल को शुक्रवार को Money Laundering Act (पीएमएलए), 2002 के तहत 68.2 करोड़ रुपये की फर्जी गारंटी जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।