कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में हुई तबाही के बाद अब कठुआ ज़िले में तीन जगहों पर बादल फटने (Cloud Burst) की घटनाएँ हुई हैं। कई घर बाढ़ के पानी और मलबे में डूब गए हैं। इस घटना में जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग को भी नुकसान पहुँचा है। बचाव और राहत के लिए टीमें मौके पर पहुँच गई हैं। बादल फटने के बाद का एक भयावह वीडियो सामने आया है।
यह भी पढ़ें-
अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह घटना शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को हुई। ज़िले के राजबाग़ क्षेत्र की जोड़ घाटी में बादल फटने (Cloud Burst) से गाँव की ओर जाने वाली सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हालाँकि अधिक जानकारी का इंतज़ार है क्योंकि पुलिस और एसडीआरएफ की एक संयुक्त टीम गाँव पहुँच गई है। अधिकारियों ने बताया कि लखनपुर थाना क्षेत्र के दिलवान-हुटली और कठुआ थाना क्षेत्र के बगार्ड और चांगडा गाँवों में भी भूस्खलन हुआ है। बादल फटने से चार लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि इस दौरान छह लोग घायल हुए हैं।
हालाँकि, उझ नदी अब खतरे के निशान के करीब बह रही है और भारी बारिश के कारण ज़्यादातर जलाशयों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ गया है। अधिकारियों के अनुसार, ज़िला प्रशासन स्थिति पर कड़ी नज़र रखे हुए है और लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए जलाशयों के पास न जाने की अपील की है। क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य जारी हैं।

इसके अलावा, सीमा के पास कठुआ ज़िले में तीन जगह बादल फटने की घटनाएँ हुईं। जोड़ घाटी क्षेत्र में सात लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। जोड़ के अलावा, मथरे चक, बागड़-चंगड़ा और दिलवान-हुटली में भी भूस्खलन हुआ है। 14 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के चसोती में भी ऐसी ही एक घटना हुई थी। भूस्खलन के बाद गाँव शहर से जुड़ाव कट गया था, लेकिन बचाव दल कड़ी मशक्कत के बाद वहाँ पहुँच गया। घरों में कई फीट पानी और मलबा भरा हुआ है।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश से तबाही थमने का नाम नहीं ले रही है। कुल्लू के टकोली में आज सुबह करीब चार बजे बादल (Cloud Burst) फटा। कुल्लू के नगवाई के पनारसा में अचानक आई बाढ़ के बाद हर जगह मलबा बिखर गया।