Google 27th Birthday: 27 साल का हुआ सर्च इंजन गूगल, जानें कैसे हुई थी इसकी शुरुआत

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान...
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टेक्नोलॉजी डेस्क। इंटरनेट की दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन ‘गूगल’ (Google) आज अपना 27वां जन्मदिन मना रहा है। इंटरनेट की दुनिया में अपनी छाप छोड़ने वाला गूगल बाबा आज हम सभी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। सवाल चाहे बच्चों के होमवर्क का हो या पेशेवर जानकारी का, जवाब अक्सर एक ही होता है- “गूगल कर लो !” यही वजह है कि गूगल हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। हमारा पसंदीदा गूगल अब 27 साल का हो गया है। इन 27 वर्षों में गूगल ने इंटरनेट की दुनिया में अनगिनत उपलब्धियां हासिल की हैं।

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Google 27th Birthday: ज्ञान और जानकारी का भंडार-

गूगल सिर्फ एक सर्च इंजन ही नहीं है; बल्कि यह विभिन्न सेवाओं और उपकरणों के जरिए लोगों के जीवन को आसान भी बना रहा है। गूगल ज्ञान और जानकारी का ऐसा भंडार है, जो हर उम्र और पेशे के लिए उपयोगी है। आज अपने जन्मदिन के उपलक्ष्य में, गूगल ने एक खास डूडल (Google Doodle) बनाया है, जो देखने में बेहद अनोखा और आकर्षक है। इस डूडल में गूगल का नाम एक नए और अनोखे अंदाज में दिखाया गया है, जो इस उत्सव को और भी यादगार बनाता है।

Google की सफलता की कहानी:

दरअसल, गूगल सिर्फ एक सर्च इंजन ही नहीं, बल्कि एक डिजिटल साथी है जो हमारे जीवन को आसान बनाता है। इसके साफ-सुथरे इंटरफेस और तेज, सटीक सर्च परिणामों ने इसे शुरू से ही उपयोगकर्ताओं का पसंदीदा बना दिया है। जैसे-जैसे कंपनी को निवेश और संसाधन मिले, गूगल ने लगातार नई सेवाएं और उत्पाद लॉन्च किए, जिससे इंटरनेट की दुनिया में इसकी पकड़ मजबूत हुई। आज, Alphabet के तहत काम कर रहा Google, सुदर्शन पिचाई के नेतृत्व में लगातार नए-नए प्रयोग कर रहा है। यही वजह है कि Google हर उम्र और पेशे के लोगों की पहली पसंद बना हुआ है।

4 सितंबर, 1998 को रखी गई थी नींव:

गौरतलब है कि सर्च इंजन गूगल ( Google 27th Birthday) की स्थापना दो अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिकों, लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने 4 सितंबर, 1998 को कैलिफ़ोर्निया स्थित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में की थी। उस समय, दोनों पीएचडी छात्र थे और उनका लक्ष्य इंटरनेट पर जानकारी को सभी के लिए सुलभ और आसान बनाना था। आज, 27 साल बाद, गूगल सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि इंटरनेट की दुनिया का शहंशाह बना चुका है। गूगल ने अपने जन्मदिन पर एक खास डूडल के साथ इस जश्न को और भी खास बना दिया है, जो Google की पहचान को एक अनोखे अंदाज में पेश करता है।

जन्मदिन पर गूगल ने बनाया खास डूडल:

गूगल की परंपरा रही है कि वह हर खास मौके पर अपने होमपेज को डूडल से सजाता है। इस बार, अपने 27वें जन्मदिन ( Google 27th Birthday) के लिए, डूडल को मज़ेदार और पुरानी यादों को ताज़ा करने वाले अंदाज़ में बनाया गया था। इसमें गूगल का पहला लोगो (1998 का) भी दिखाया गया था ताकि लोगों को 90 के दशक की यादें ताजा हो सकें।

गूगल कैसे शुरू हुआ:

गूगल की स्थापना लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने की थी। दोनों ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी पूरी करते समय इसका विचार शुरू किया और इसे एक खोज इंजन के रूप में विकसित करना शुरू किया। शुरू में उनका परियोजना “बैकरब” नाम से जाना गया, लेकिन आगे इसे बदलकर गूगल कर दिया गया। लैरी और सर्गेई ने 4 सितंबर 1998 को गूगल को एक निजी कंपनी के रूप में रजिस्टर किया। उन्होंने गूगल का डोमेन 15 सितंबर 1997 को ही रजिस्टर कर लिया था। अन्य निर्णय के रूप में इन दोनों ने तय किया कि कंपनी के जन्मदिन के तौर पर 27 सितंबर 1998 मनाया जाएगा। Google आज दुनिया की सबसे बड़ी और पॉपुलर कंपनियों में शामिल है। लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि गूगल की स्पेलिंग गलत है। सही स्पेलिंग Googol है। यह गणित से जुड़ा टर्म है, जिसका अर्थ 10 टू द पावर 100 है।

दुनियाभर में गूगल को अरबों लोग इस्‍तेमाल करते हैं। सर्च के लिए यह सबसे प्रमुख साधन है। इसके बावजूद ज्‍यादातर लोगों को गूगल का मतलब नहीं पता होगा। रिपोर्टों के अनुसार, Google नाम गण‍ित के एक शब्‍द Googol की गलत वर्तनी से आया है। गण‍ित के Googol का मतलब होता है 1 के बाद 100 जीरो। कहा जाता है कि गूगल की शुरुआत करने वाले सर्गेई ब्र‍िन और लैरी पेज चाहते थे कि उनका सर्च इंजन लोगों को ढेर सारी जानकारी दिखाए। हुआ भी ऐसा ही। गूगल आज दुनिया में इतना अधिक इस्‍तेमाल किया जाता है कि लोग इंटरनेट पर कुछ भी ढूंढने के लिए गूगल ही करते हैं।

कब-कब बदला लोगो:

गूगल ने अपने नाम से जुड़े कई डोमेन रजिस्टर कर रखे हैं। इनमें कुछ डोमेन गलत स्पेलिंग वाले भी हैं, जो यूजर्स को सीधे गूगल पर रिडायरेक्ट करते हैं। गूगल के दुनियाभर के दफ्तरों में काम करने वाले कर्मी अपने आप को Googlers कहते हैं। कंपनी में नए शामिल होने वालों को Nooglers कहा जाता है। गूगल के कर्मचारियों के पास पालतू जानवरों को भी ऑफिस लाने की अनुमति है। गूगल पर Do a barrel roll टाइप करने पर पेज 360 डिग्री घूम जाता है। अगर आप Askew टाइप करेंगे, तो सर्च पेज थोड़ा सा तिरछा दिखने लगता है। इसके अलावा अगर आप Google Gravity टाइप करके फिर I’m Feeling Lucky बटन दबाते हैं, तो गूगल का पेज पूरी तरह बिखरकर नीचे गिर जाता है।

गूगल ने जन्मदिन के अवसर पर डूडल बनाकर परंपरा निभाई है। हर खास पल पर होमपेज को रंगीन चित्रों से सजाना। इस बार 27वें जन्मदिन पर डूडल को मज़ेदार और नॉस्टैल्जिक अंदाज़ में तैयार किया गया है, जिसमें 1998 वाले शुरुआती लogo को भी शामिल किया गया ताकि लोग 90 के दशक की यादों में लौट सके। गूगल ने अपने बयान में कहा है कि यह डूडल उनके 27 वें जन्मदिन का प्रतीक है। पुराना पहला लोगो दिखाकर वे पुरानी यादों को तरो ताजा कर रहे हैं और साथ ही यूजर्स को उनकी नई एआई इनोवेशन की एक झलक भी दे रहे हैं। आज “जस्ट गूगल इट” कहना एक आम आदत बन चुकी है— चाहे न्यूयॉर्क में पिज्जा ढूंढना हो, लॉस एंजेलिस की फ्लाइट ट्रैक करनी हो या फिर किसी खेल के स्कोर की जानकारी चाहिए—गूगल हर जगह मौजूद है। 1998 में लोग डायल-अप इंटरनेट और विशाल-भरकम कंप्यूटरों का इस्तेमाल करते थे, तब शायद किसी ने नहीं सोचा होगा कि एक दिन खोज इतनी तेज और आसान हो जाएगी कि मोबाइल फोन पर पल भर में सारी जानकारी मिल जाएगी।

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श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान अलग-अलग विषयों पर लिखा। साथ ही पत्रकारिता के मूलभूत और जरूरी विषयों पर अपनी पकड़ बनाई। इन्हें महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर दिल से जुड़ाव है और इन्होंने इसे लेकर कई आर्टिकल्स लिखे हैं।
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