लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को उपराष्ट्रपति चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी। उन्होंने इस जीत को एनडीए की सफलता के रूप में देखा और कहा कि यह देश के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। मौर्य ने कहा कि इस जीत ने यह स्पष्ट कर दिया कि एनडीए गठबंधन मजबूत हुआ है और इंडी गठबंधन कमजोर पड़ा है।
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चुनाव में सीपी राधाकृष्णन को 452 वोट मिले जबकि उपराष्ट्रपति पद के लिए कुल 788 सांसदों में से 768 ने मतदान किया था। केशव प्रसाद मौर्य ने यह भी बताया कि सबसे अधिक उत्साह दक्षिण भारत में देखा गया, जहाँ एनडीए के समर्थन में बढ़ोतरी हुई है। भाजपा सांसद राजकुमार चाहर ने भी सीपी राधाकृष्णन की जीत को ऐतिहासिक बताया और इसे एकतरफा जीत बताया। उनका कहना था कि एनडीए का गठबंधन पूरी तरह से एकजुट था और सीपी राधाकृष्णन जैसे मजबूत व्यक्तित्व को उम्मीदवार बनाना निश्चित रूप से सफलता की ओर ले गया।

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के भाजपा को ‘यूज एंड थ्रो’ पार्टी कहने पर भाजपा सांसद ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह बयान पूरी तरह से अव्यावहारिक और निराधार है। उनका कहना था कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख को राजनीतिक दायरे में रहकर ही अपनी बातें रखनी चाहिए। बता दें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन के चुने जाने के बाद उन्हें बधाई दी थी। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी सीपी राधाकृष्णन की जीत पर बधाई दी।
उपराष्ट्रपति के चुनाव में जहां एक ओर सत्ताधारी एनडीए गठबंधन ने अपनी एकजुटता दिखाई, वहीं विपक्ष ने भी एकजुट होकर सुदर्शन रेड्डी का समर्थन किया। हालांकि, बीजू जनता दल (BJD) के 7, भारत राष्ट्र समिति (BRS) के 4, और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के 3 सांसदों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया, जिसने संभवतः एनडीए उम्मीदवार की जीत का अंतर और बढ़ा दिया। यही नहीं, भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि विपक्षी दलों के 20 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है।