नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों को लेकर BJP की दो दिवसीय वर्कशॉप रविवार से शुरू हो गई। इस कार्यशाला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के कई सांसदों ने हिस्सा लिया। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर अपने सामान्य और अविव्यवस्थित व्यवहार से अलग दिखाई दिए, क्योंकि वे समूचे समूह में सबसे पीछे बैठे नजर आएं। यह आयोजन उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी के लिए बीजेपी सांसदों के लिए आयोजित किया गया था।
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वर्कशॉप की शुरुआत रविवार की सुबह हुई, जिसमें बीजेपी सांसदों ने पीएम मोदी को जीएसटी रिफॉर्म के लिए बधाई दी। उसके बाद उपराष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी विभिन्न जानकारियाँ सभी सांसदों के साथ साझा की गईं। मीडिया खबरों के मुताबिक इस मौके पर पीएम मोदी आम सांसद की तरह सबसे पीछे बैठे दिखे, जिसके कारण उनके एक बार फिर से अलग अंदाज पर चर्चा तेज हो उठी।
इसी बीच गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की है, जो बीजेपी कार्यशाला की बैठक के दौरान ली गई बताई जा रही है। तस्वीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे पीछे की सीट पर बैठे हुए देखा जा सकता है। इस मौके पर भाजपा सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान किया और उन्हें जीएसटी सुधारों के लिए बधाई दी। दोपहर के सत्र के क्रम में सांसदों को अलग-अलग समितियों में विभाजित किया गया, जहां कृषि, रक्षा, ऊर्जा, रेलवे और परिवहन जैसे मुद्दों पर बहस और चर्चा हुई।

इसके अलावा संसद सत्र की तयारी, संसदीय नियम-कायदे और सदन में समय प्रबंधन जैसे विषयों पर भी सांसदों को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला के दूसरे दिन को विशेष तौर पर उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए समर्पित किया जाएगा। नौ सितंबर को होने वाले चुनाव में NDA प्रत्याशी सीपी राधाकृष्णन और IND गठबंधन के प्रत्याशी बी सुदर्शन रेड्डी आमने-सामने होंगे।
बता दें दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से आकर चुनावी मैदान में उतरे हैं। राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं और इस समय वे महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं और वे पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज भी रह चुके हैं। 67 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन अटल बिहारी वाजपेयी के कालखंड में कोयम्बटूर से दो बार सांसद चुने गए थे। 79 वर्षीय सुदर्शन रेड्डी जुलाई 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए थे। वे कई महत्वपूर्ण मामलों के लिए प्रसिद्ध रहे, जिनमें काला धन के मामले में सरकार की ढिलाई पर उनकी स्पष्ट टिप्पणी और छत्तीसगढ़ में सलवा जुडूम को असंवैधानिक ठहराने का निर्णय शामिल है।