नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश ने एक तरफ उमस से राहत दी है। वहीं दूसरी तरफ, भारी बारिश (heavy rain) के कारण शहर के कई इलाकों में जलभराव (Delhi Flood) हो गया है, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है। कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। वैसे तो भारी बारिश से पूरी दिल्ली का हाल बेहाल है, लेकिन सबसे बुरा हाल दिल्ली के पटपड़गंज इलाके का है। हाईवे के ठीक बगल वाली सड़क पर इतना पानी भर गया है कि इस सड़क से गुजर रही एम्बुलेंस समेत कई गाड़ियां पानी में डूब गईं।
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लगातार हो रही बारिश के चलते सड़कें जलमग्न है जिसके कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इसके अलावा, यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी और लगातार बारिश के कारण नदी का पानी तटीय इलाकों में फैलने लगा है। हालात ऐसे हैं कि खेत और फार्म हाउस पानी में डूब गए हैं और लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाने को मजबूर हैं। कई परिवार अब सड़कों पर तंबुओं और अस्थायी झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं। सबसे ज़्यादा परेशानी उन परिवारों को हो रही है जिनके घर नदी किनारे बने हैं।

दिन-रात हो रही बारिश और बढ़ते जलस्तर से लोगों में डर का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से राहत शिविर लगाए गए हैं, लेकिन बढ़ते पानी और लगातार बारिश के कारण मुश्किलें खत्म होने की बजाय बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में अगर आने वाले दिनों में बारिश जारी रही तो हालात और बिगड़ सकते हैं। इस महीने यह दूसरी बार है जब यमुना का जलस्तर बढ़ा है। स्थानीय प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है और तटीय गांवों के लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की गई है।
उधर IMD ने अगले एक हफ्ते तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग की वेबसाइट पर जारी ताजा बुलेटिन में अनुसार 29 अगस्त से 3 सितंबर तक दिल्ली-एनसीआर में गरज चमक के साथ बारिश का अनुमान है। आईएमडी के माने तो 29-30 अगस्त को गरज के साथ छींटे पड़ने और 31 अगस्त और 1 सितंबर को मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा 2-3 सितंबर तक गरज के साथ भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है।