कश्मीर। बीते दिनों जम्मू-कश्मीर (Jammu) में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। इस बारिश का सबसे बुरा असर माता वैष्णो देवी की यात्रा करने वालों पर देखने को मिला है। रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी धाम के रास्ते में भारी बारिश के चलते 271 सीढ़ियों वाले रास्ते पर एक बड़ा भूस्खलन (Vaishno Devi Landslide) हुआ; जिससे अब तक 33 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 23 लोग घायल होने की सूचना हैं। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है।
इसे भी पढ़ें-Kishtwar Cloudburst में मरने वालों की संख्या हुई 46, लापता हुए 200 लोग
भारी बारिश के कारण त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित मंदिर मार्ग का एक बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो चुका है। भूस्खलन के कारण जम्मू-कटरा राजमार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। हालांकि इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच नॉर्दर्न रेलवे ने भी कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। वैष्णो देवी बेस कैंप से चलने वाली 9 ट्रेनों सहित कुल 22 ट्रेनें रद्द की गई हैं, जबकि 27 ट्रेनों को बीच रास्ते में ही रोक दिया गया है।

भूस्खलन के बाद तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। सेना और स्थानीय प्रशासन की टीमें, जिसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ शामिल हैं। सभी मिलकर काम कर रही हैं। मलबे में और लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते बचाव कार्य सावधानी से चल रहा है। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रभावितों के लिए भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जा रही है।
कटा संपर्क:
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पूरे केंद्र शासित प्रदेश में दूरसंचार सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। कई इलाकों में मोबाइल टावर और बिजली लाइनें भी क्षतिग्रस्त दिखाई दीं। इससे लाखों लोग संपर्क से बाहर हैं। प्रशासन का मुख्य ध्यान लोगों को हाई-रिस्क वाले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने पर है। फिलहाल, जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, कठुआ और उधमपुर सहित कई इलाकों में तेज आंधी और बारिश जारी है, जबकि रियासी, रामबन और कटरा में हल्की बारिश हो रही है।