Kishtwar Cloudburst पर फारूक अब्दुल्ला का दावा-‘500 से ज्यादा लोग मलबे में दबे हैं’

Shweta Media
By
Shweta Media
श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान...
3 Min Read

कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ के चशोटी गांव में बीते गुरुवार बादल फटने (Kishtwar Cloudburst) से भारी नुकसान हुआ। इस आपदा में अब तक 60 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लापता है। इस बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में हुए विनाशकारी बादल फटने की घटना की जानकारी दी है।

इसे भी पढ़ें-Kishtwar Cloudburst में मरने वालों की संख्या हुई 46, लापता हुए 200 लोग

पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि जहां यह हादसा (Kishtwar Cloudburst) हुआ है, वह बड़ी आबादी का गांव है। उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि आधा गांव बह गया है। इसका अर्थ है कि बड़े नुकसान का डर है। अब्दुल्ला ने कहा कि मैं देश भर के लोगों से अपील करूंगा कि दुआ करें कि ज्यादा नुकसान न हो।

स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए नेकां चीफ फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि आज के दिन को लेकर बधाई हो लेकिन मन दुखी भी है। मुझे लगता है कि किश्तवाड़ (Kishtwar Cloudburst) में 500 से ज़्यादा लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। केंद्र शासित प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर उन्होंने कहा कि आंसू भी थे और खुशियां भी।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना के बाद शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया और हरसंभव मदद का वादा किया। अधिकारियों ने बताया कि मोदी ने किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना के बाद हुई त्रासदी पर अब्दुल्ला और सिन्हा से बात की।

फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में इस तरह बादल फटने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते हमें ऐसे संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि किसी ने कल्पना तक नहीं की थी कि जम्मू-कश्मीर में इस तरह की आपदा का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे फिलहाल मचैल माता के दर्शन की योजना टाल दें। होम मिनिस्टर अमित शाह ने सीएम फारूक अब्दुल्ला से बात की है और हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है।

Share This Article
Follow:
श्वेता सिंह, मीडिया इंडस्ट्री में आठ साल का अनुभव रखती हैं। इन्होंने बतौर कंटेंट राइटर कई प्लेटफॉर्म्स पर अपना योगदान दिया है। श्वेता ने इस दौरान अलग-अलग विषयों पर लिखा। साथ ही पत्रकारिता के मूलभूत और जरूरी विषयों पर अपनी पकड़ बनाई। इन्हें महिलाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर दिल से जुड़ाव है और इन्होंने इसे लेकर कई आर्टिकल्स लिखे हैं।
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *